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यूँ ही

KUCH MERI KUCH TERI
KUCH MERI KUCH TERI
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इस शराबी को कोई रिंद ना समझ लेना
उनकी बातों में फिर भी आहें हुआ करती हैं

उनकी चाहत में हुआ मेरा हश्र है जैसा
न हो किसी का धडकनें ये दुआ करती हैं

मेरे रकीब बहुत खुश थे मर गया हूँ मैं
प्यार में किस क़दर अफवाहें हुआ करती हैं

मैं तो पीता हूँ के निकलें कई बातें ऐसी
जो तेरी मूंदी अब्रुओं को छुआ करती हैं

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